अतिक्रमण हटाने गए तोड़फोड़ दस्ते पर दुकानदारों ने किया हमला


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गुरुग्राम। सदर बाजार में मंगलवार शाम अतिक्रमण हटाने गए नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते पर दुकानदारों ने हमला कर दिया। इस दौरान कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की गई। इसमें एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बनी है। निगम अधिकारियों का आरोप है कि दुकानदारों ने हमले के दौरान निगम की एक गाड़ी से सामान की भी चोरी की है। फिलहाल सिटी थाना की पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट आदि विभिन्न धाराओं के तहत तीन से अधिक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। बाकी की तलाश की जा रही है।
नगर निगम के प्रवर्तन विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) शुभम सिंह ने बताया कि 19 अप्रैल को आयोजित जिला शिकायत निवारण समिति (ग्रीवेंस) की बैठक में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शहर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा 27 अप्रैल को आयोजित निगम सदन की बैठक में महापौर मधु आजाद ने अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे।
इसके तहत सड़क पर पैदल चलने वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर मंगलवार शाम करीब 4.15 बजे तोड़फोड़ दस्ता सदर बाजार में अतिक्रमण हटाने गया। टीम में निगम कर्मचारी निखिल, महेश, पूरन, बुद्ध राम, चालक संदीप आदि शामिल थे। सभी जैसे ही चूड़ी वाली गली में पहुंचे, सड़क पर दुकान लगा रहे कुछ लोगों ने टीम पर हमला कर दिया। देखते ही देखते सभी ने मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में महेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे आनन-फानन में नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया। तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी गई।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौके से निगम कर्मी के साथ मारपीट कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार कर दिया जबकि भालू नामक एक दुकानदार व अन्य मौके से फरार हो गए। सिटी थाना के अधिकारी का कहना है कि निगम के अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत तीन से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले के फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

गुरुग्राम। सदर बाजार में मंगलवार शाम अतिक्रमण हटाने गए नगर निगम के तोड़फोड़ दस्ते पर दुकानदारों ने हमला कर दिया। इस दौरान कर्मचारियों के साथ मारपीट भी की गई। इसमें एक कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत स्थिर बनी है। निगम अधिकारियों का आरोप है कि दुकानदारों ने हमले के दौरान निगम की एक गाड़ी से सामान की भी चोरी की है। फिलहाल सिटी थाना की पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा डालने, मारपीट आदि विभिन्न धाराओं के तहत तीन से अधिक आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। बाकी की तलाश की जा रही है।

नगर निगम के प्रवर्तन विभाग के जूनियर इंजीनियर (जेई) शुभम सिंह ने बताया कि 19 अप्रैल को आयोजित जिला शिकायत निवारण समिति (ग्रीवेंस) की बैठक में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शहर में अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। इसके अलावा 27 अप्रैल को आयोजित निगम सदन की बैठक में महापौर मधु आजाद ने अतिक्रमण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए थे।

इसके तहत सड़क पर पैदल चलने वाले लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर मंगलवार शाम करीब 4.15 बजे तोड़फोड़ दस्ता सदर बाजार में अतिक्रमण हटाने गया। टीम में निगम कर्मचारी निखिल, महेश, पूरन, बुद्ध राम, चालक संदीप आदि शामिल थे। सभी जैसे ही चूड़ी वाली गली में पहुंचे, सड़क पर दुकान लगा रहे कुछ लोगों ने टीम पर हमला कर दिया। देखते ही देखते सभी ने मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में महेश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे आनन-फानन में नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया। तुरंत मामले की सूचना पुलिस को दी गई।

सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मौके से निगम कर्मी के साथ मारपीट कर रहे दो लोगों को गिरफ्तार कर दिया जबकि भालू नामक एक दुकानदार व अन्य मौके से फरार हो गए। सिटी थाना के अधिकारी का कहना है कि निगम के अधिकारियों की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत तीन से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस इस मामले के फरार आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

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