अग्निवीर योजनाओं को लेकर पानीपत से किसानों ने किया प्रदर्शन


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पानीपत। अग्निवीर योजना के विरोध में युवाओं के बाद अब किसानों में भी उबाल आ गया है। वे भी सड़क पर उतर आए हैं। किसानों ने शुक्रवार को लघु सचिवालय में अग्निवीर के विरोध में प्रदर्शन किया। सुबह साढ़े 10 बजे किसान लघु सचिवालय पुल के नीचे एकजुट होने के बाद पैदल मार्च करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। किसानों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और योजना को रद्द करने की मांग की।
भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान सोनू मालपुरिया ने कहा कि सरकार विद्यार्थियों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर रही है, जिसे लेकर वे सड़कों पर उतर आए हैं। हरियाणा के युवा बड़ी संख्या में फौज में जाकर देश की सेवा करते हैं और बाकी के खेती करते हैं। सरकार कृषि क्षेत्र में किसानों को लगातार नुकसान करवाकर युवाओं को न तो खेती करने लायक छोड़ रहे है न ही उन्हें सेना में भर्ती होने लायक। किसानों ने कहा कि चार साल तक नौकरी करने के बाद देश के युवा क्या करेंगे। ऐसे युवाओं के पास न तो कोई डिग्री होगी न फौज के सिवाय कोई अनुभव। किसानों ने सरकार को ज्ञापन सौंपने के साथ चेतावनी दी कि यदि अग्निवीर योजना रद नहीं की गई तो सचिवालय में ही प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे। तालमेल कमेटी के संयोजक जयकरण कादियान, सह संयोजक सुनील दत्त, डॉ. सुरेंद्र मलिक, राजपाल, पूर्व उपप्रधान बिंटू मलिक, राजेंद्र छौक्कर आदि मौजूद रहे।
लघु सचिवालय में किसानों के आने से पहले ही 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा जैकेट पहनकर तैनात रहे। देश भर में पहले किसान की ओर से किए गए धरना प्रदर्शन को देखते हुए पहले ही पुख्ता इंतजाम किए गए थे। किसान शांतिपूर्ण तरीके से उपायुक्त दफ्तर के अधिकारी सतबीर को ज्ञापन सौंपकर आधे घंटे में वापस चले गए।
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किसान बोले, अपने बच्चों के लिए अब हम लड़ेंगे
किसानों ने कहा कि यदि राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है तो वह अपने देश के बच्चों के लिए किसान आंदोलन की तरह सड़कों पर उतर जाएंगे। किसानों का कहना है कि किसान के बेटे चार पांच साल मेहनत करके फौज में जाते हैं और अब उसको भी सरकार ठेकेदारी प्रथा में बदलने का काम कर रही है।
किसानों के प्रदर्शन का इनसेट
फोटो 10
अग्निपथ योजना के खिलाफ ज्ञापन सौंपा
– संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू ने सरकार के खिलाफ जताया विरोध
संवाद न्यूज एजेंसी
इसराना। अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को इसराना में भाकियू सर छोटू राम संगठन के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बीडीपीओ को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
ब्लॉक अध्यक्ष दीपक जागलान ने कहा कि अग्निपथ योजना को तत्काल रद्द किया जाए। सेना में पिछली बकाया 125000 वेकेंसी के साथ ही इस वर्ष रिक्त होने वाले करीब 60000 पदों पर पहले की तरह नियमित भर्ती की जाए। उन्होंने कहा कि जहां भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, उसे पूरा किया जाए और पिछले दो साल भर्ती न होने के एवज में युवाओं को सामान्य भर्ती की आयु सीमा में दो वर्ष की छूट दी जाए। किसी भर्ती के लिए आवेदकों से ऐसा हलफनामा लेने की शर्त न रखी जाए जो उन्हें लोकतांत्रिक प्रदर्शन के अधिकार से वंचित करती हो। अग्निपथ विरोधी प्रदर्शनों में शामिल युवाओं के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस लेकर गिरफ्तार युवाओं को रिहा किया जाए। साथ ही आंदोलनकारियों को नौकरी से बाधित करने जैसी शर्तें हटाई जाएं। प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष प्रदीप जागलान, हरिंदर राणा, जोगिंदर जग्गी, जयबीर पानू, वीरेंद्र जागलान, साहिल जागलान, रणधीर दांगी, बलबीर, राजबीर मलिक, दलशेर व बलवान सिंह शामिल हुए।

पानीपत। अग्निवीर योजना के विरोध में युवाओं के बाद अब किसानों में भी उबाल आ गया है। वे भी सड़क पर उतर आए हैं। किसानों ने शुक्रवार को लघु सचिवालय में अग्निवीर के विरोध में प्रदर्शन किया। सुबह साढ़े 10 बजे किसान लघु सचिवालय पुल के नीचे एकजुट होने के बाद पैदल मार्च करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे। किसानों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और योजना को रद्द करने की मांग की।

भारतीय किसान यूनियन के जिला प्रधान सोनू मालपुरिया ने कहा कि सरकार विद्यार्थियों के ऊपर मुकदमा दर्ज कर रही है, जिसे लेकर वे सड़कों पर उतर आए हैं। हरियाणा के युवा बड़ी संख्या में फौज में जाकर देश की सेवा करते हैं और बाकी के खेती करते हैं। सरकार कृषि क्षेत्र में किसानों को लगातार नुकसान करवाकर युवाओं को न तो खेती करने लायक छोड़ रहे है न ही उन्हें सेना में भर्ती होने लायक। किसानों ने कहा कि चार साल तक नौकरी करने के बाद देश के युवा क्या करेंगे। ऐसे युवाओं के पास न तो कोई डिग्री होगी न फौज के सिवाय कोई अनुभव। किसानों ने सरकार को ज्ञापन सौंपने के साथ चेतावनी दी कि यदि अग्निवीर योजना रद नहीं की गई तो सचिवालय में ही प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे। तालमेल कमेटी के संयोजक जयकरण कादियान, सह संयोजक सुनील दत्त, डॉ. सुरेंद्र मलिक, राजपाल, पूर्व उपप्रधान बिंटू मलिक, राजेंद्र छौक्कर आदि मौजूद रहे।

लघु सचिवालय में किसानों के आने से पहले ही 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा जैकेट पहनकर तैनात रहे। देश भर में पहले किसान की ओर से किए गए धरना प्रदर्शन को देखते हुए पहले ही पुख्ता इंतजाम किए गए थे। किसान शांतिपूर्ण तरीके से उपायुक्त दफ्तर के अधिकारी सतबीर को ज्ञापन सौंपकर आधे घंटे में वापस चले गए।

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किसान बोले, अपने बच्चों के लिए अब हम लड़ेंगे

किसानों ने कहा कि यदि राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं होती है तो वह अपने देश के बच्चों के लिए किसान आंदोलन की तरह सड़कों पर उतर जाएंगे। किसानों का कहना है कि किसान के बेटे चार पांच साल मेहनत करके फौज में जाते हैं और अब उसको भी सरकार ठेकेदारी प्रथा में बदलने का काम कर रही है।

किसानों के प्रदर्शन का इनसेट

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अग्निपथ योजना के खिलाफ ज्ञापन सौंपा

– संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भाकियू ने सरकार के खिलाफ जताया विरोध

संवाद न्यूज एजेंसी

इसराना। अग्निपथ योजना लागू करने के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर शुक्रवार को इसराना में भाकियू सर छोटू राम संगठन के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बीडीपीओ को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।

ब्लॉक अध्यक्ष दीपक जागलान ने कहा कि अग्निपथ योजना को तत्काल रद्द किया जाए। सेना में पिछली बकाया 125000 वेकेंसी के साथ ही इस वर्ष रिक्त होने वाले करीब 60000 पदों पर पहले की तरह नियमित भर्ती की जाए। उन्होंने कहा कि जहां भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी, उसे पूरा किया जाए और पिछले दो साल भर्ती न होने के एवज में युवाओं को सामान्य भर्ती की आयु सीमा में दो वर्ष की छूट दी जाए। किसी भर्ती के लिए आवेदकों से ऐसा हलफनामा लेने की शर्त न रखी जाए जो उन्हें लोकतांत्रिक प्रदर्शन के अधिकार से वंचित करती हो। अग्निपथ विरोधी प्रदर्शनों में शामिल युवाओं के खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस लेकर गिरफ्तार युवाओं को रिहा किया जाए। साथ ही आंदोलनकारियों को नौकरी से बाधित करने जैसी शर्तें हटाई जाएं। प्रदर्शन में जिला अध्यक्ष प्रदीप जागलान, हरिंदर राणा, जोगिंदर जग्गी, जयबीर पानू, वीरेंद्र जागलान, साहिल जागलान, रणधीर दांगी, बलबीर, राजबीर मलिक, दलशेर व बलवान सिंह शामिल हुए।

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